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  • Writer's pictureChidaksha Chand

रेत

इतना यकीन किया

यकीनन बार बार ख़ुद को जख़्म दिया

अपने यकीन पर इस कदर यकीन कर लिया जानिब

क्यों इस दिल्लगी का सबब लिया जानिब


रेत से संसार में बनते मिटते


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